विद्यार्थियों द्वारा "सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स" विषय पर प्रदर्शनी लगाई गयी।

admin  3 weeks, 5 days ago Top Stories

PANIPAT AAJKAL : जी.टी.रोड स्थित आई.बी. स्नातकोत्तर महाविद्यालय में बीबीए के लगभग 26 विद्यार्थियों द्वारा "सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स" विषय पर प्रदर्शनी लगाई। इस प्रदर्शनी के तहत विद्यार्थियों ने सस्टेनेबल डेवलपमेंट गॉल्स जैसे नो पावरर्टी, जीरो हंगर, क्वालिटी एजुकेशन, लाइफ ऑन लैंड, लाइफ बिलो वाटर, जेंडर इक्वालिटी, सस्टेनेबल सिटीज एंड कम्यूनिटीज आदि को अलग-अलग वर्किंग मॉडल द्वारा प्रदर्शित किया। इस प्रदर्शनी का शुभारंभ महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. अजय कुमार गर्ग, उप-प्राचार्या प्रो. रंजना शर्मा, डॉ. सुनीत शर्मा, डॉ. निधान सिंह, डॉ. विक्रम कुमार, प्रो अजय पाल सिंह, प्रो माधवी, प्रो. ज्योति गहलोत, प्रो. राजेश बाला, प्रो. रूहानी शर्मा द्वारा दीप प्रज्वलन करके किया गया। इस अवसर पर डॉ. अजय कुमार गर्ग ने कहा कि सतत विकास लक्ष्य (एसडीजी) दुनिया के सामने आने वाली विभिन्न सामाजिक, आर्थिक और पर्यावरणीय चुनौतियों का समाधान करने के लिए संयुक्त राष्ट्र (यूएनओ) द्वारा निर्धारित 17 वैश्विक उद्देश्यों का एक समूह है। ये लक्ष्य 2030 तक अधिक न्यायसंगत, समावेशी और टिकाऊ दुनिया बनाने की दिशा में देशों को मिलकर काम करने के लिए एक साझा खाका प्रदान करते हैं। उन्होंने यह कहा कि एसडीजी सभी के लिए बेहतर और अधिक टिकाऊ भविष्य प्राप्त करने की दिशा में वैश्विक प्रतिबद्धता के रूप में काम करते हैं।  इसी के महत्व को समझाने के लिए और जागरूकता फैलाने के लिए हमारे महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने इसी विषय पर वर्किंग मॉडल बनाएं। इस अवसर पर वाणिज्य एवं प्रबंधन विभागाध्यक्ष डॉ. सुनित शर्मा ने कहा कि सतत विकास लक्ष्य (एसडीजी) के वैश्विक लक्ष्यों में गरीबी खत्म करना, पर्यावरण की रक्षा, आर्थिक असमानता को कम करना और सभी के लिए शांति और न्याय सुनिश्चित शामिल है। उन्होंने यह भी कहा कि इसमें जलवायु परिवर्तन, आर्थिक असमानता, नवाचार, टिकाऊ उपभोग, शांति और न्याय जैसे नए विषय जोड़े गये हैं। सहस्राब्दी विकास लक्ष्यों के विपरीत सतत विकास लक्ष्यों में "विकसित" और "विकासशील" देशों के बीच कोई अंतर नहीं है और ये लक्ष्य सभी देशों को प्राप्त करने होंगे। निर्णायक मंडल की भूमिका प्रो. रंजना शर्मा, डॉ. निधान सिंह, प्रो. अंजली गुप्ता ने निभाई। इस इवेंट के सह- संयोजक प्रो. अजयपाल सिंह, प्रो. माधवी, प्रो. ज्योति गहलोत ने भी प्रदर्शनी की सराहना की और प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन किया। इस प्रतियोगिता कम प्रदर्शनी का संचालन प्रो. निशा गुप्ता एवं प्रो. मनीत कौर द्वारा किया गया और उन्होंने भी सभी प्रतिभागियों को ऐसी गतिविधियों में भाग लेने के लिए मोटिवेट किया।  इस प्रदर्शनी  में हर्षा एवम तनीषा ( बीबीए प्रथम वर्ष) प्रथम स्थान, स्नेहा एवम ईशा (बीबीए तृतीय वर्ष) द्वितीय स्थान, पायल, इशिका, यशिका,साक्षी (बीबीए प्रथम वर्ष) तृतीय स्थान एवं निशु, हिमांशी (बीबीए तृतीय वर्ष) रश्मि, विशाखा (बीबीए प्रथम वर्ष) ने  सांत्वना पुरस्कार ग्रहण किया । विजेताओं को ट्रॉफी एवम प्रमाण पत्र तथा प्रतिभागियों को मेडल देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर  डॉ. किरण मदान, डॉ. पूनम मदान, डॉ. नीलम, डॉ. सीमा, डॉ. निधि मल्होत्रा, डॉ. सुनीता ढांडा, डॉ. चेतना नरूला, प्रो. हिमांशी, प्रो. राजेश बाला, प्रो. रूहानी शर्मा, प्रो. निशा गुप्ता, प्रो. मनीत कौर, प्रो. साक्षी, प्रो. करुणा, प्रो. प्रो.रितिका, प्रो. रीना, प्रो. रुचिका, प्रो.पूजा, प्रो. आकांक्षा,प्रो. सोनिया,प्रो. जागृति, प्रो. निशा गोयल, प्रो. नीतू, प्रो.भावना, प्रो.आंचल प्रो.अंशिका आदि मौजूद रहे।

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